Vande Mataram Song Cradit;
संगीत ;वंदे मातरम
उपन्यास :आनंद मठ
लेखक : बंकिम चंद्र चटोपाध्याय
अंग्रेजी अनुवाद:अरविन्द घोष
उर्दू में अनुवाद :आरिफ मोहम्मद खान
वंदे मातरम्:1906 देवनागरी लिपि
भारत का राष्ट्रीय गीत ‘वन्दे मातरम्’ भारत की आजादी का मंगल गीत रहा है जिसने बहुत जल्द देशप्रेमियों की जुबान पर चढ़कर भारत माता की जय जयकार की है।
National song of india in Hindi Lyrics
सुजला सुफला मलयज-शीतलाम
शश्य-शामलाम मातरम
वंदे मातरम
शुभ्र-ज्योत्स्ना-पुलकित यामिनी
फुललकुसुमित-द्रुमदल शोभिनी
सुहासिनीं सुमधुर भाषिनीं
सुखदां वरदां मातरम
वंदे मातरम
National song of india in English Lyrics
Vande Mataram, Vande Mataram
Sujala Sufla Malay-Sheetlam
Shasya-Shamalam Mataram
Vande Matram
Shubhra-jyotsna-pulkit yamini
Phulkalkumit-Drumdal Shobhini
Suhasini Sumdhur Bhashinini
Suushan Varadaan Mataram
Vande Matram
भारत का राष्ट्रीय गीत
भारत के राष्ट्रीय गीत की रचना बंकिम चंद्र चटोपाध्याय ने उस दौर में की, जब भारत अंग्रेजों के अधीन था और भारत के हर समारोह में ‘गॉड सेव द क्वीन’ गीत गाना अनिवार्य था। इस आदेश से आहत होकर 7 नवम्बर 1876 को बंगाल के कांतल पाड़ा गाँव में बंकिम चंद्र चटोपाध्याय ने ‘वंदे मातरम्’ गीत की रचना की।
इस गीत को बंकिमचंद्र चटोपाध्याय ने 1882 में अपने उपन्यास ‘आनंद मठ’ में शामिल किया। आनंद मठ देशभक्ति की भावना से भरपूर एक राजनीतिक उपन्यास था जिसका आदर्श वाक्य ‘ओम वंदे मातरम्’ था।
बंकिमचंद्र ने संस्कृत और बांग्ला के मिश्रण से इस गीत की रचना की और इसे ‘वंदे मातरम्’ शीर्षक दिया। इस गीत के शुरुआती दो पद संस्कृत में थे और बाकी पद बांग्ला भाषा में थे।
इस गीत का अंग्रेजी अनुवाद सबसे पहले अरविन्द घोष ने किया और उर्दू में अनुवाद आरिफ मोहम्मद खान ने किया था। 1906 में ‘वंदे मातरम्’ गीत को देवनागरी लिपि में प्रस्तुत किया गया।
1896 में पहली बार ये गीत बंगाली शैली में लय और संगीत के साथ कलकत्ता के कांग्रेस अधिवेशन में प्रस्तुत किया। बंग भंग आंदोलन में ‘वंदे मातरम्’ राष्ट्रीय नारा बना।
दिसम्बर 1905 में कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक में इस गीत को राष्ट्रीय गीत का दर्जा दिया गया। 15 अगस्त 1947 की रात को संविधान सभा की पहली बैठक की शुरुआत ‘वंदे मातरम्’ से हुयी थी और समापन ‘जन गण मन’ से हुआ था और साल 1950 में ‘वंदे मातरम्’ को आधिकारिक रुप से राष्ट्रीय गीत का दर्जा दिया गया।